Tuesday, April 6, 2010

कार्य एवं उददेश्य

  • दिल्ली की भाषाई संस्कृति के अनिवार्य अंग के रूप में मैथिली-भोजपुरी भाषा एवं साहित्य का परिरक्षण एवं अभिवृद्धि करना।
  • मैथिली-भोजपुरी के मौलिक साहित्यिक एवं शैक्षिक रचनाओं को प्रोत्साहित एवं प्रकाशित करना तथा बच्चों के लिए भी पुस्तकों का प्रकाशन करना,
  • जिन साहित्यिक वैयक्तिक एवं अन्य रचनाओं का अब तक मैथिली-भोजपुरी में अनुवाद नहीं किया गया है, उनके मैथिली-भोजपुरी में अनुवाद की व्यवस्था करना,
  • मैथिली-भोजपुरी के संदर्भ ग्रन्थों की रचना एवं उनका प्रकाशन करना,
  • पुराने मैथिली-भोजपुरी साहित्य की समुचित सम्पादित पाठ्य पुस्तकों का प्रकाशन करना,
  • अब तक प्रकाशित श्रेष्ठ रचनाओं को मैथिली-भोजपुरी में प्रकाशित करना,
  • मैथिली-भोजपुरी के सुयोग्य लेखकों को रचनाओं के प्रकाशन में सहायता करना,
  • पिछले एक वर्ष में मैथिली-भोजपुरी की प्रकाशित रचनाओं के लेखकों को पुरस्कृत करना,
  • मैथिली-भोजपुरी के बुजुर्ग एवं जरूरतमंद लेखकों को प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान करना,
  • मैथिली-भोजपुरी के अध्येताओं को उच्च अध्ययन के लिए विनिर्दिष्ट समय के लिये वित्तीय सहायता सहित अन्य सुविधायें प्रदान करना
  • व्याख्यान देने के लिऐ अग्रगण्य विद्वानों एवं अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित करना,
  • सेमिनार, विचार गोष्ठी, सम्मेलन एवं साहित्यिक बौद्धिक प्रकृति की अन्य सभाओं का आयोजन करना तथा अन्य बातों के साथ-साथ विष्व साहित्य की प्रवृत्तियों के परिप्रेक्ष्य में मैथिली-भोजपुरी से संबंधित समस्याओं पर चर्चा सहित मैथिली-भोजपुरी पढानें एवं उसके प्रयोग के लिये सुविधायें जुटाना तथा इसी प्रकार के कार्यो में संलग्न विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृति संगठनों को ऐसे प्रत्येक मामले में अधिकतम पांच सौ रूपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए उपर्युक्त लक्ष्य के अनुसरण में सरकारी आदेशों का कार्यान्वयन करना,
  • मैथिली-भोजपुरी में उच्च स्तरीय पत्र पत्रिकाओं तथा इसी प्रकार के अन्य प्रकाशनों की व्यवस्था करना,
  • इन नियमों के अधीन प्रकाशित सामग्री की बिक्रि की व्यवस्था करना,
  • अकादमी के लिए चल एवं अचल सम्पति का अधिग्रहण करना बर्शते कि अचल सम्पत्ति के मामलों में अधिग्रहण के लिये दिल्ली सरकार का पूर्व अनुमोदन प्राप्त किया गया है,

  • सरकारी आदेशों के कार्यावयन की कठिनाइयों के साथ ही मैथिली-भोजपुरी की पढाई एवं उसके प्रयोग से संबंधित मैथिली-भोजपुरी भाषियों की मांग की ओर दिल्ली सरकार का ध्यान आकर्षित करना,
  • उपर्युक्त उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए इस प्रकार के समस्त वैधानिक कार्य करना एवं वैधानिक कदम उठाना,
  • सोसायटी की समस्त आय को सोसायटी के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये इस्तेमाल करना,
  • मैथिली-भोजपुरी अकादमी के प्रशासनिक विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये जाने वाले आदेशों/निदेशों के अनुपालन को सुनिश्चत करना।